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आबोहवा-1 / ये लहरें घेर लेती हैं / मधु शर्मा
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मुझसे कहो कि मैं आता हूँ
बीते दिनों के ध्वंस से निकल,
मैं इंतज़ार करती हूँ
कब से तुम्हारा!