Last modified on 11 अप्रैल 2018, at 17:49

केकरा खोज रहल हे अँखिया? / सच्चिदानंद प्रेमी

केकरा खोज रहल हे अँखिया?
इहाँ क्रूरता डफली ले के
भगा रहल मरजादा,
भरत डेरावथ लेम राम से
अवध राज हम आधा;
विसवामित्र आउ बसिष्ठ गुरू
छिपलन तोड़ के पँखिया।