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बद्दुआओं में भर कर दुआएं न दे / कुमार नयन

बद्दुआओं में भर कर दुआएं न दे
प्यार को ओढ़ने की कबाएं न दे।

दर्द मेरे हैं रहने दे मुझ तक उन्हें
अहले-दिल को बता कर सज़ाएं न दे।

जल रहा है मिरा दिल तो तू मत बुझा
बस करम इतना कर कि हवाएं न दे।

लौट आएं न हम बीच ही राह में
इतनी खामोशियों से सदाएं न दे।

मर न जाऊं खुशी से ही तेरी क़सम
मेरे महबूब इतनी वफाएं न दे।

बेक़रारी न दीदारे-आशिक़ की हो
दिलबरों को ख़ुदा ये खताएं न दे।

कोई किस्सा सुना या ग़ज़ल गुनगुना
नींद आने की हमको दवाएं न दे।