Last modified on 26 अप्रैल 2009, at 03:08

हम सब / विष्णु नागर

हम सब जहाँ से होते हुए जायेंगे
वहाँ कुछ देर अपनी गठरियाँ रखेंगे
तम्बाकू खायेंगे।

हम जहाँ-जहाँ जायेंगे
गठरियाँ रखेंगे
तम्बाकू खायेंगे।