ये भी भला कोई वक़्त है
अब आने का
न तारों की छाँव
न गुनगुनी धूप छत पर
न हवा में मस्तियाँ
न बरसात की मदहोशियाँ
न ही
तेरे आने का
इन्तज़ार
ये भी भला कोई वक़्त है
अब आने का
न तारों की छाँव
न गुनगुनी धूप छत पर
न हवा में मस्तियाँ
न बरसात की मदहोशियाँ
न ही
तेरे आने का
इन्तज़ार