Last modified on 26 अक्टूबर 2013, at 13:14

इश्क़ के फूल / हरकीरत हकीर

Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:14, 26 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरकीरत हकीर }} {{KKCatNazm}} <poem>मैं अपनी नज्...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मैं अपनी नज्मों से
इश्क़ के सारे फूल
तुम्हारे पैरों पर रख दूंगी
तुम उन्हें …
गीतों में पिरोकर
मुहब्बत को
इक नया अर्थ देना ….