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अँजुरी भर शब्द / हरे प्रकाश उपाध्याय

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9 अंजुरी भर शब्द
म्ेारे पास कुछ नहीं है
अँजुरी भर शब्दों के अलावा कुछ भी नहीं
धन न अस्त्र -शस्त्र पर लडूँगा
 यकीन रखना जीतूँगा भी

वे जब करेंगे वार
 अपने अस्त्र-शस्त्र से/धन से
मैं अँजुरी भर शब्दों को फेंकूँगा उनकी ओर
उनकी बौखलाहट बढ़ेगी
और देखते ही देखते उजड़ जायेगी
 धन और अस्त्र-शस्त्रों से सजी दुनिया
और मेरे शब्द लौट आयेंगे
उन्हें घायल करने के बाद

 नहीं रहूँगा चुपचाप
उनके आतंक से डरे लोगों को बटोरूँगा
शब्दों से सिहरन पैदा करूँगा और ताकत

बटोरता रहूँगा शब्द
अच्छे अच्छे शब्द बटोरूँगा
तब ढेर सारे अच्छे शब्द
 बन जायेंगे सृष्टि के मन्त्र।