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अन्तर / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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फतिंगा नें
फतिंगी सें कहलकै-
आदमी जत्ती बाहर सें
साफ-सुथरा लागै छै
ओकरा सें बेशी
ओकरोॅ मोॅन काला छै
कोयले के खादान में/हरेक बरीस
सौ बौ मजदूर दैब के मरै छै
मुरदा आदमी के
कारोॅ मोॅन के भीतर तेॅ
हजार भी कम्में पड़ै छै ।