भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अपने मत को मतदान करें / अवधेश्वर प्रसाद सिंह
Kavita Kosh से
अपने मत को मतदान करें।
हम खुद मत का सम्मान करें।।
यह आजादी का तोहफा है।
इसका मत हम अपमान करें।।
मत से रोजी रोटी मिलती।
मत इसको यूँ बलिदान करें।।
मत का मालिक मतदाता है।
मतदाता का हम मान करंे।।
यह औषध है जीवन रक्षक।
मत वस्तु नहीं जो दान करें।।
ऐरू गैरु नत्थू खैरु।
इसमें अच्छे पहचान करें।।
है भारत का स्वाभिमान जुड़ा।
जन-गण-मन का गुणगान करें।।