भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अपराध-बोध/ रामनरेश पाठक
Kavita Kosh से
सत्य, प्रकाश और अमृत से डरे
लोगों से आपोहित काल
असत्, तम और मृत्यु के
कोलाहल से विद्ध दिक्
प्रार्थना और युद्ध के बीच
प्रवरण अनिवार्य है अब
और चुप रह जाना
महान अपराध