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अलिकान्ते (स्पेन का एक नगर) / ज़ाक प्रेवेर / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
मेज़ पर एक सन्तरा पड़ा हुआ है
तुम्हारे कपड़े पड़े हुए हैं नीचे कालीन पर
तुम मेरे बिस्तर में हो
अभी का यह समय बहुत मीठा है
रात की ताज़गी है अभी भी
यही मेरे जीवन की उष्मा है
रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब यही कविता मूल फ़्रांसीसी भाषा में पढ़िए
Jacques Prévert
Alicante
Une orange sur la table
Ta robe sur le tapis
Et toi dans mon lit
Doux présent du présent
Fraîcheur de la nuit
Chaleur de ma vie.
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यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ ।