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अळगोजो / कन्हैया लाल सेठिया
Kavita Kosh से
कमतर रो साथी अलगोजो,
करसै रो साथी अलगोजो,
ओ मन री मौजां साथ करै
घुळ कानां बाती अलगोजो,
सुण इण री राग कमेड़ी री
अणमोल गटर गूं थम ज्यावै,
सुण इण री राग चिड़कल्यां री
चौफेरी चूं चूं ढब ज्यावै,
ओ गूंज पुगा दै मरवण नै
ढोलै री पाती अलगोजो।
ओ मन री मौजां साथ करै
घुळ कानां बाती अलगोजो।
बो मींझर मधरो हिद झीणूं,
जद बवै बायरो मद भीणूं,
ओ बाजै धरती आभै रो
दै भेळ अगूणूं आथूणूं,
ओ हेतड़लै री लैर उठा
भर देवै छाती अलगोजो,
ओ मन री मौजां साथ करै
घुळ कानां बाती अलगोजो,
जद हुवै जेठ रा दिन टणका
जद भरयो भादवो घहरावै,
जद खळो नीकळै काती में
जद चैत च्यानणी छिटकावै,
ओ एक सरीलो सै रूत में
सगलां रो साथी अलगोजो,
सपनां रो साथी अलगोजो
सुख दुख रो साथी अलगोजो।