लगता होगा अच्छा किसी को ढोना कंधे पर सलीब ठुकवा लेना लम्बी-लम्बी कीलें सर से पांव तक और टंग जाना एक तस्वीर की तरह कहे कोई कुछ भी नहीं है तो नहीं है स्वीकार मुझे