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आओ सीखें वार / सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त'
Kavita Kosh से
घोड़े पर सवार देखो
आया रविवार।
ढोल बजाते देखो
आया सोमवार।
डफली बजाते देखो
आया मंगलवार।
सीटी बजाते देखो
आया बुधवार।
मुरली बजाते देखो
आया गुरुवार।
तालियाँ बजाते देखो
आया शुक्रवार।
नाचते गाते देखो
आया शनिवार।
खुशियाँ लुटाने देखो
आये सारे वार।