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आत्मालाप / त्रिलोचन

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मेरा जी उदास है
(पर)
कोकिल तुम गाओ

आम की डाल सुहाए
तो वहाँ
काँचनार तुम को लुभाए
तो वहाँ
जाओ जाओ जाओ