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आदमी बरबाद है यारो / पुरुषोत्तम प्रतीक
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आदमी बरबाद है यारो
बस यही अवसाद है यारो
पेड़ पर बैठी हुई चिड़िया
पेड़ की बुनियाद है यारो
रास्ते में चुप्पियाँ कैसी
हर क़दम संवाद है यारो
सुर्ख़ आँखें बाँच कर देखो
आग का अनुवाद है यारो
लोग चाहे जिस तरह जी लें
मौत भी उस्ताद है यारो