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आप श्रेष्ठ महान! 7-10 / कविता भट्ट
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दुर्योधन ने
यों पुनः समझाया-
ब्राह्मण सुनें
आप श्रेष्ठ महान!
जान लीजिए
अपने पक्ष में भी
ये सेनापति
खडे़ हैं सीना तान
शूरवीर महान।
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8-9
मेरी सेना में
पितामह भीष्म हैं
कर्ण सखा है
गुरु द्रोण आप भी
कृपाचार्य हैं
वे संग्रामविजयी
अश्वत्थामा व
विकर्ण, सोमदत्त
भूरिश्रवा जो-
सोमदत्त का पुत्र
है बलवान।
मेरे लिए ये सभी
त्याग सकते
जीवन-प्राण लोभ
हैं शूरवीर
सभी हैं सुसज्जित
व चतुर युद्ध में ।
-0-
10
रक्षित वह
भीष्मपितामह से
हमारी सेना
सब प्रकार से है
अजेय बली
पाण्डव सेना के हैं
भीम रक्षक
जीत ही लेंगे हम
रखते यह दम।
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