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आम आदमी / प्रभाकर गजभिये
Kavita Kosh से
जब उधर नज़र पड़ी
तो हाथों में दिखी
मज़बूत हथकड़ी
चोर को ले
पुलिस थी खड़ी
यह बन गया बड़ा यक्ष प्रश्न
गाँधी के इस देश में
फटे-पुराने वेश में
क्यों ग़रीब ही मरता है
पुलिस लॉक-अप में
लगता है बस अमीर ही
यहाँ ईमानदारी से
जीवन-यापन कर सकता है!