Last modified on 12 मई 2013, at 01:12

आम आदमी / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित

 
जरूरी नहीं
मनमर्जी आपकी
हर वक्त चले
और सामने वाला
आप की बात
हर समय
मान ही लें
आप कोई
किसी राज्य के महाराज
थोड़े ही हैं !
आप हैं
एक आम आदमी
जो हमेशा से
सताया हुआ है
सुविधाभोगियों से
ओ आश्रित
मैं तुम्हारी बात कर
रहा हूँ
और तुम
कान में इयर फोन लगा
बैठे