आवोॅ-आवोॅ नींदिया रानी / धनन्जय मिश्र
आबोॅ-आबोॅ नींदिया रानी
नूनू कपसै कानी-कानी
हमरॉे नूनू के अखियां में
आबी केॅ सुलावोॅ जान।
आबोॅ-आबोॅ ...
बड़ोॅ-बड़ॉे नूनू के अखियाँ
वैमें काजल डाले सखियाँ
देखैलै काजल तोंय आबो
आबी नूनू केॅ सुलाबोॅ
नूने केॅ सुतलोॅ से मिलतै
हमरो घुरतै जान परान।
आबोॅ-आबोॅ ...
रात अन्हरिया गुज-गुज हेरय
मनवाँ कुछ्छु बात नै फुरय
सोची-सोची मनवां घुरय
ऐन्हौ बतिया सें मन जुड़य
हमरो नूनू के किस्मत में
दिहो भगवन हर वरदान।
आवोॅ-आवोॅ ...
जखनी देखौं सुन्दर मुखड़ा
तखनी भागै जीवन दुखड़ा
मुस्कै नूनू फूल झरै
रंग-बिरंगा रूप धरे
नूनू किलकारी सें गुन्जे
सौंसे आंगना और दलान।
आबोॅ-आबोॅ ...
नीन्दो के तोंय चादर तानोॅ
भाव मनोरम सुन्दर लानोॅ
नूनू साथें हमरो सानोॅ
बात ‘धनंजय’ के भी मानोॅ
तंग करे जब नूनू हमरा
गोदिया में लै करोॅ तरान।
आबोॅ-आबोॅ ...।