भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

आशावादी / नाज़िम हिक़मत / उज्ज्वल भट्टाचार्य

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

एक बच्चे के तौर पर उसने
पतंगों के पर नही कतरे

बिल्ली की पूँछ के साथ
टीन का डिब्बा नहीं बाँधा

माचिस की डिबिया में
टिड्डे को क़ैद नहीं किया

चीटियों के टीले को
पैर से कुचला नहीं

बड़ा होने के बाद
उसे यह सबकुछ सहना पड़ा

अपनी आख़िरी घड़ी में बिस्तर पर लेटे
उसने मुझसे एक कविता सुनाने को कहा

धूप और समन्दर के बारे में
परमाणु रिएक्टर और सैटेलाइट के बारे में
मानवता की महानता के बारे में

अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य