भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
आश्वस्ति / मनोज श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
(आश्वस्ति/ मनोज श्रीवास्तव से पुनर्निर्देशित)
आश्वस्ति
उसे भांडाफोड़ का खौफ नहीं था
क्योंकि उसने बारी-बारी से
सभी को अपना राजदार बना लिया था.