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आसान नहीं है विदा कहना / केशव तिवारी

आसान
नहीं है
विदा कहना

गज़ भर का
कलेजा चाहिए
इसके लिए
कि इस नदी से
विदा कहूँ

भद्दर गरमी
और
जाड़ों की रातों में भी
भाग-भाग कर जाता हूँ
जिसके पास