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इज़्ज़तपुरम्-17 / डी. एम. मिश्र

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थकान
नींद की
सर्वोत्तम
औषधि

दो कटोरे
झपकी के नीचे
दब जाते हैं
बड़े - बड़े पहाड़

कौआ बोला
और
हड़बड़ा वो उठी
अचम्भिता
द्रविता
रजवता प्रथमतः
बाला
चिंतिता

कहा
अनुभवी स्त्री ने
तज दे असमान्यताएँ
बदल ले कपड़ा
हो गयी बड़ी