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इज़्ज़तपुरम्-31 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
घबराहट में
बदल जाये
पॉव की साइज
फिर साँस भी
बेकाबू हो
संध्या की ओट में
गुलाबों प्रविष्ट हुई
घर में आज
सावधान
सशंकित माँ
शुरू हो गयी
खेाद-खोद कर पूछना
कहाँ से मिली
नयी कमीज
और सलवार
कहाँ से मिले
पैसे इतने?