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इतना शोर है, इतनी ख़ामोशी है / रामकृष्‍ण पांडेय

सब लोग
बेइंतहा चिल्ला रहे हैं
और बावजूद इसके इतनी ख़ामोशी है
इतनी कि कहीं पत्ता भी खड़के
तो दसों दिशाएँ प्रतिध्वनित हो उठें

पर लोग बेइंतहा चिल्ला रहे हैं
फिर भी इतनी ख़ामोशी है

आपने कुछ सुना ? नहीं
आपने कुछ कहा ? नहीं
कोई कुछ नहीं सुनता
कोई कुछ नहीं कहता
क्या कहा ? सभी सुनते हैं
पर कोई कुछ नहीं कह रहा है ?
क्या क्लहा ? सभी कहते हैं
पर कोई कुछ नहीं सुन रहा है ?

इतना शोर है
कि सब कुछ उसमें खो जाता है
इतनी ख़ामोशी है
कि सब कुछ उसमें खो जाता है