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इतिहास काळीबंगा रो / ओम पुरोहित कागद

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मिल्यो है जद
काळीबंगा रै थेड़ में
राजा रो बास
तो जरूर रै’या होला
इतिहास रा आखर
दुड़ पण गया किंयां
कुण ई तो जरूर
भगाई है भूख
कीं दिन
जद ई तो लाधै
हाडपींजरा में
इतिहास काळीबंगा रो।