इस बीच / जैक गिलबर्ट / अनिल जनविजय
वह इन्तज़ार कर रहा है, जब मैं देवदार के पेड़ों के बीच से गुज़र रहा हूँ
नदी के किनारे वह इन्तज़ार कर रहा है — लम्बा इन्तज़ार
दक्षिणी फ़्रांस में, बेल्जियम में और यहाँ तक कि अलबामा में भी ।
अब यह न्यू इंग्लैण्ड में इन्तज़ार कर रहा है, जब मैं कहता हूँ — दया करो
लगभग हर चीज़ पर : किसी के लॉन में मृत पड़ी हुई हैं जो,
नॉर्थम्प्टन सोते समय तटबंध पर रोशनी गाता है,
और क्योंकि यूनानी बस्तियों में घरों के बीच की गलियाँ
प्रत्येक तरफ लदे हुए गधे की चौड़ाई बिल्कुल है
जौ के साथ. अकेलापन अमेरिका की माँ का दूध है.
दिल एक पराया देश है जिसकी कोई भाषा नहीं
हम में से अच्छा है. जंगल में सर्दी जारी है,
लेकिन पक्षियों के लौटते ही यह पहले से ही त्यागा हुआ लग रहा है
और लापरवाही से गाओ; जैसे कि वहाँ कभी शक्ति थी ही नहीं
या दिसंबर का आकार. नौ वर्षों तक इसने मुझमें प्रतीक्षा की है।
मेरा जीवन हमेशा की तरह सुखद है। मेरा शरीर एक वरदान है
और मेरी आत्मा स्पष्ट है. लेकिन इंतजार रुकने का नाम नहीं लेता.
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय
अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Jack Gilbert
Meanwhile
It waits. While I am walking through the pine trees
along the river, it is waiting. It has waited a long time.
In southern France, in Belgium, and even Alabama.
Now it waits in New England while I say grace over
almost everything: for a possum dead on someone’s lawn,
the sing light on a levee while Northampton sleeps,
and because the lanes between houses in Greek hamlets
are exactly the width of a donkey loaded on each side
with barley. Loneliness is the mother’s milk of America.
The heart is a foreign country whose language none
of us is good at. Winter lingers on in the woods,
but already it looks discarded as the birds return
and sing carelessly; as though there never was the power
or size of December. For nine years in me it has waited.
My life is pleasant, as usual. My body is a blessing
and my spirit clear. But the waiting does not let up.