आज बनाया है चुहिया ने,
नई डिश वाला खाना।
पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन है,
इडली-डोसे भी हैं।
अगर ठीक ना लगे तुम्हें तो,
बड़े समोसे भी हैं।
कोल्ड ड्रिंक भी तरह-तरह के,
हमने हैं मंगवाए।
जूस संतरे, सोडे वाले,
घर पर ही बनवाए।
चिड़िया बोली अरे अनाड़ी,
यह कचरा क्यों खाता!
गेहूँ, दाना, रोटी, चावल,
तुझे नहीं क्या भाता?
हमें प्रकृति ने दिया शुद्ध जल,
दिए अन्न के दाने।
किया धरा पर मन आनंदित,
शीतल शुद्ध हवा ने।
इंसानों ने जिसे बनाया,
उससे क्या है नाता।
ईश्वर ने जो हमें दिया है,
हमको वही सुहाता।