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ई केन्होॅ उत्सव / अभिनंदन
Kavita Kosh से
हो के छेलै
जे बही गेलै
कोशी के महाप्रलय में
आपने लोग छेलै
आपने खून
हौ के छेकै
जे भांसी गेलोॅ लोगोॅ के
हल्ला उड़ाय छै
कोठरी में लोर बहाय छै
आकाशोॅ में रोटी
उड़ावै छै
कुच्छू पानी में गिरावै छै
अखबारोॅ में फोटू छपवावै छै
हौ के छेकै ?
हम्में नै जानै छियै
जेना कि कोसी में भाँसतेॅ लोग
नै जानतें होतै
आपनोॅ जिनगी
आकि मिरतू केॅ
हाय महाप्रलय पर
लोकतंत्रा के ई केन्होॅ उत्सव ।