उसने उल्टी सेण्डिल को सीधा किया
कि इससे झगड़ा होता है
किनमें? पूछने पर वह चुप रही थी
आकाश में काँच के शिल्प की तरह टँगा
मूक चन्द्रमा इन्तज़ार करता है
फ़र्श पर अपने टूट कर गिरने की आवाज़ का
वह कमरे में उल्टे पड़े
एक जोड़ा एकान्त को
सीधा कर फ़र्श पर जमा देता है
कि वह आए और इन्हें पहिनकर चली जाए
उस ओर जहाँ से आते हुए
वह लगातार दिखती रही थी।