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उसने कहा / पद्मजा शर्मा

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मैंने कहा-यह कोयल इतना मीठा क्यों गाती है ?
उसने कहा-यह तो वही जानती है
मैंने कहा-यह पेड़ सदियों से एक टांग पर खड़ा
किस साधना में लीन है ?
उसने कहा-यह तो वही बता सकता है
मैंने कहा-यह नदी किस के लिए बहती है ?
उसने कहा-यह तो उसी से पूछो
मैंने कहा-सब से पूछा
उसने कहा-क्या बोले ?
मैंने कहा-वे बोले कि तुम जानती हो सब कुछ
उसने कहा-क्या तुम नहीं जानते ?
मैंने कहा-पर तुम्हारे मुँह से सुनना चाहता हूँ
उसने कहा-तो सुनो
मैंने कहा-सुनाओ
उसने कहा-प्रेम।