उस दिन
जो तुमने
कहा
वह कहा
तट तोड़कर बहा
और मुझ तक पहुँचा
उसमें डूबकर मैं रहा
(अमृतराय के ११-१०-१९६५ के लेख की प्रतिक्रिया)
रचनाकाल: २४-१०-१९६५
उस दिन
जो तुमने
कहा
वह कहा
तट तोड़कर बहा
और मुझ तक पहुँचा
उसमें डूबकर मैं रहा
(अमृतराय के ११-१०-१९६५ के लेख की प्रतिक्रिया)
रचनाकाल: २४-१०-१९६५