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ऋतुराज / शिव कुमार झा 'टिल्लू'

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सोहर गावथि कोइली बहिना,
कीर मधुर ध्वनि बजबथि साज
जननी वीणा वादिनी हर्षित
अवतार लेलनि सद्यः ऋृतुराज
गर्वित उपवन मधुपक गुंजन,
वर्णक पुष्पक दिव्य सोहनगर
सरिता लवलव शांत उदधि छथि
मऽहु रसाल में उमड़ल मज्जर
माघक सातम धवल इजारियाँ
भेल नवल ऋृतु नृप छठिहार
चिनुआर भरल पायस पूआ सँ,
कुलदेवी साजल उपहार
भगजोगिनी केर पंचम सुर सुनि
आंगन महमह मुग्ध दलान
दशोदिशि मलमल गेना फूलल
सरिसब बूट भरल खरिहाँन
रवि संग सुषमा अछिंजल उष्मा,
पात-पात पर पछवा वसात
विरहिनी बैसलि कंत आश मे
वयः ताप सँ उपटल गात
मातु उमा मन मुदित विभूषित,
सजल नुपूर चरण चमकल
शिवरात्रिक अवाहन भेलै,
नाथ कुशेश्वर छथि गमकल
संवत जड़ल आ होली आयल
अबीर गुलाबी हरियर लाल
क्षितिज धरित्री एक बनल छथि
ढ़ोलक डुग्गी झाॅझक ताल
छोट पैघ केर भेद मिटायल
वृद्ध जुआन संग मे बाल
छोटकी कनियाँॅ ठोर रंगलि आ -
बऽरक भरल पान सँ गाल
भैयाँ भांग सुधा मे सानल
शिथिल पड़ल छथि माॅझ ओसार
रंगलहुँ हम भौजीक चरण केँ
विदा वसंत एहि लोक सँ पार