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एक आहट सी आ रही है अभी / वर्षा सिंह
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एक आहट सी आ रही है अभी ।
ज़िन्दगी गुनगुना रही है अभी ।
होगी ‘वर्षा’ सुखन की, शेरों की
शायरी मुस्कुरा रही है अभी ।