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एक वृद्ध स्त्री के लिए समाधि लेख / बालकृष्ण काबरा ’एतेश’ / ओक्ताविओ पाज़
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उन्होंने उसे
परिवार के क़ब्र में
दफ़नाया
और गहराई में
वह मिट्टी
जो थी उसके पति की
काँप उठी :
जीवित के लिए
ख़ुश है
मृतक के लिए
दुखी।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’