एक सी काया एक सी बोली / सुन्दर कटारिया
सादा रहणा सीख्या हमनै सादा पीणा खाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।
पहली बात यो वेद पुराणां मै भी गाया गया सदा, भाईचारे मै भी सबतै आगै पाया गया सदा।
गीता बरगा ज्ञान मिल्या कित ऐसा पावन धाम मिलै, भीम सरीखे पहलवान इत हर हाल़ी बलराम मिलै।
बड़े बड़े भगवानां का भी इतना का आणा जाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।
कोये हाल़ी कोये पाल़ी बणरह्या खेतक्यार के म्हां, बैठक मैं जिब हुक्के गुड़गैं उठ्ठै सै धुम्मा।
भरी बाल्टी सीत की म्हारे कटड़े पीते पा ज्यांगे, कुन्ही झोटी पड़ी झोड़ मै बैठ कै तास बजाज्यांगे।
नहर की ड्यूटी लगै टैम पै पाणी देणे जाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।
गीत गवैं सैं जिब गामां मै एक से सुर मै गांवै सैं, कोये ठोडी पै हाथ धरैगी कोये घूंघट मै पावै सै।
नई नवेली बहुआं नै बड़ली मिलकै नचवाज्यां सैं दो मुट्ठी पाह्यां की भरकै खूब आशीष कमाज्यां सैं।
बख्त ए उठले चाची ताई गोबर पाथण जाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।
बीस कोस तक के गामां का भाईचारा एक रह्या, कद्दे सोच गलत ना राखी सदा ईरादा नेक रह्या
कु़छ छुट्भईये नेता भोल़े लोगां नै भड़का दे सैं, जाती का ले नाम आग ये आपस मै लगवा दे सैं।
हम सारयां नै मिलकै इनतै बढ़िया सबक सिखाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।
सादा रहणा सीख्या हमनै सादा पीणा खाणा सै, एक सी काया एक सी बोली एक मेरा हरियाणा सै।