एक सुदूर क्षेत्र के निकट / सोहराब सेपेहृ / श्रीविलास सिंह
एक स्त्री थी द्वार पर
खड़ी एक देह के साथ सदैव की भाँति
मैं गया उसके पास :
उसकी प्रतिच्छवियों ने आप्लावित कर दी मेरी आँखें
वाणी परिवर्तित हो गई कामनाओं और ज्ञान के पंखों में
परछाईं परिवर्तित हो गई धूप में ।
मैं चलता रहा धूप में
मैं अभिभूत था सुखद संकेतों से :
मैं चला गया दूर बचपन तक और रेत तक
दूर आनन्ददायक ग़लतियों तक
दूर अमूर्त वस्तुओं तक
मैं पहुँच गया नयनाभिराम जल तक
और नाशपाती से लदे वृक्षों तक ।
एक सदैव उपस्थित डाली के साथ
मैंने साँस ली आर्द्र सत्य के संग
मेरी विस्मय की अनुभूतियाँ मिल गईं वृक्ष के साथ
मैंने अनुभव किया मैं हूँ बैठा हुआ
ईश्वर के सिंहासन पर
मैंने महसूस किया थोड़ा उद्विग्न ।
मनुष्य ढूँढ़ने जाता है शान्ति
जब वह होता है हतोत्साहित
मैंने भी वही किया।
मैं गया दूर मेज तक
दही का स्वाद, ताज़ा हरी सब्ज़ियाँ
खाने को थी ब्रेड, प्याले और तश्तरी के साथ
मेरे कण्ठ में काँटे से चुभ रहे एक चषक मदिरा हेतु ।
मैं वापस आया :
स्त्री थी वहीँ द्वार पर
खड़ी मरणांतक घावों से भरी एक देह के संग
एक रिक्त पात्र
छीलता रहा
जल का कण्ठ ।
इस्माइल सलामी के अँग्रेज़ी अनुवाद से हिन्दी में अनुवाद : श्रीविलास सिंह
लीजिए, अब यही कविता इस्माइल सलामी के अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
Sohrab Sepehri
Near A Distant Realm
There was a woman at the door
Standing with a body as ever
I approached her:
Her image flooded my eyes.
Speech turned into wings of passion and knowledge.
Shadow turned into sun.
I walk out in the sun
I was carried away by pleasing signs:
I went as far as childhood and sands
As far as delightful mistakes
As far as abstract objects
I neared picturesque waters
And trees full of pears
With an ever-present trunk
I breathed with the wet truth.
My feeling of wonder mingled with the tree.
I perceived I abutted on the throne of God
I felt a bit distraught.
Man goes to seek solace
When he feels crestfallen.
I did too.
I went as far as the table
The yogurt’s taste, the fresh green plants
There was bread to eat with a cup and saucer:
My throat pined for a goblet of vodka.
I returned:
The woman was there at the door
Standing with a body of deadly wounds.
An empty can
Kept paring away
The water's throat.
(Translated by Ismail Salami)