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कवना हे मासे अमवा मजुरि गइले / भोजपुरी

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कवना हे मासे अमवा मजुरि गइले
सखि हे, कवने मासे ताहे पियराय
हाँ रे, बिदेसवा गइले ना, सखि हे, कवने मासे पिया हे ना।।१।।
हाँ रे, फागुन मासे आमवा मजुरि गइले, हे ना
सखि रे हल्लो, चइत ही मासे पियराय
हे हाँ रे, विदेसवा गइले ना, हे हाँ रे चइत ही मासे पियराय।।२।।
हाँ हाँ रे, कथिये बिनु कमला सुराई गइले
हे हाँ रे, कथिये बिनु ना, सखि रे केथिये बिनु भँवरा,
हे हाँ रे, बिदेसवा गइले ना, सखि हे, हाँ रे कथिये बिनु ना।।३।।
हाँ जल बिनु कमला झुराई गइले ना,
सखि हे फूल बिनु भँवरा, हाँ हाँ रे, बिदेसवा गइले ना,
सखि रे फूल बिनु भँवरा।।४।।