तुम्हारे लिए लिखी
कविताओं को दोहराता
मैं करता रहूंगा तुमसे प्रेम
जैसे कोई करता है
रूठ कर चली गयी
अपने बच्चों की माँ से।
तुम्हारे लिए लिखी
कविताओं को दोहराता
मैं करता रहूंगा तुमसे प्रेम
जैसे कोई करता है
रूठ कर चली गयी
अपने बच्चों की माँ से।