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कहाँ खो गई? / कविता भट्ट
Kavita Kosh से
सबको स्मरण है- अष्टमी
प्रेम-प्रतीक कृष्ण की जन्मतिथि
किन्तु, कृष्ण की जीवन-रक्षा हेतु
जिसे बलिदान कर दिया गया
क्या वह योगमाया भी
स्मृतियों में है?
सभी जानते हैं-
कृष्ण न होते;
यदि अष्टमी को जन्मी हुई
योगमाया पटक कर मारी न जाती।
नायक-प्रधान समाज-गाथाओं में
सीता और योगमाया भुला दी गई।
स्मरण रहीं केवल- रामनवमी
और कृष्ण जन्माष्टमी।
कहाँ खो गई- योगमायाष्टमी ?