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कह रहा मनियारा हो कोई चूड़ी पहरण वाळी / रामकिशन व्यास

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कह रहा मनियारा हो कोई चूड़ी पहरण वाळी

लाल चूड़ी नाभी चूड़ी हरी चूड़ी रंग देखो
नीली ओर सुनहरी चूड़ी हरी चूड़ी संग देखो
मोतिया अंगूरी चूड़ी सब नै करती दंग देखो
खाकी और आसमानी चूड़ी गुलाबी का ढंग देखो
तितर पंखी बासंती चूड़ी का कैसा अंग देखो
नारंगी तरबूजी चूड़ी मौकळी और तंग देखो
रंग गिणा दूं अठारह चूड़ी धौळी काळी

चूड़ी की चिताई करी सारे करकै गौर देखो
चूड़ी पै जिठानी जेठ भाभी और दयोर देखो
चूड़ियों पै तोता मैना बुलबुल करती शोर देखो
कोयल और पपीहा चूड़ी ऊपर नाचै मोर देखो
चूड़ी ऊपर फूल भौंरा चांद ओर चकोर देखो
चूड़ी पै लिखा फूल हजारा किते बाग किते माळी

चूड़ी पै दयानंद ऋषि नारों तिलक पास देखो
चूड़ी ऊपर मालवीय और गोखले कर ख्यास देखो
चूड़ी पै भगत सिंह नेता भारत मां का दास देखो
चूड़ी पै जवाहरलाल, गांधी और सुभाष देखो
चूड़ी पै पटेल नेता श्री जयप्रकाश देखो
चूड़ी ऊपर सांग करता नारनौंद वाला ब्यास देखो
चूड़ी का लगै चमकारा जब जा नहीं होश सम्भाळी