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क़ीमतें उसूलों की / चंद ताज़ा गुलाब तेरे नाम / शेरजंग गर्ग
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चुक गई क़ीमतें उसूलों की
झुक गई है कमर इरादों की
दिल के आँगन में आ के मँडराई
टोलियाँ बेशुमार यादों की।