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काका कलाम / निशान्त जैन
Kavita Kosh से
भारत के हर बच्चे के हैं,
दिल में बसते काका कलाम!
सकारात्मक ऊर्जा भरते
हो बाधाएँ कभी न डरते,
बड़े निराले बाल हैं उनके
बड़े निराले उनके काम।
सपने पूरे होंगे तब
मिल-जुलकर हम रहेंगे जब,
जितने प्यारे पैगंबर हैं
उतने प्यारे हमको राम।
सोच बड़ी और स्वप्न नया
भारत को वह ‘विजन’ दिया,
जुड़ जाए विज्ञान धर्म से
हो जाए जग का कल्याण।
गाँव-गाँव पहुँचें सुविधाएँ
हर व्यक्ति शिक्षित हो जाए,
महाशक्ति भारत बन जाए
दुनिया में हो जाए नाम!