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काठ हो जाना है / अशोक कुमार

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शेरों को काठ हो जाना है
पेड़ों को काठ हो जाना है

समय की अनुर्वर भूमि पर
खाद पानी के अभाव में
विस्मृत होते हुए
आदमी को काठ हो जाना है।