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कामना / गिरिजा अरोड़ा

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दोस्ती के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा
एक ही सफर के हैं सवार सब
हम चलें हैं कोख से मसान तक
आसान ये सफर, बनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा

एक ही हो गीत जिसको सब कहें
एक ही हो ताल जिसपे सब चलें
एक ही वजह हो जिसपे सब हँसे,
संग संग सब खिलखिलाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा

रोशनी हो हर जगह जहान में
न जंग हो न ताप हो न डर ही हो
शोक क्लेश सबके मिट जाएँ तो अच्छा
दिल सबके मुसकुराएँ तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा

कामयाब हों सभी, सभी दुलारें हों
सभी की राह में चाँद तारें हों
उम्मीद के दिए जलाएँ तो अच्छा
हौंसलों को हम बनाएँ तो अच्छा,
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा

हम कमा रहें हैं पाप पुण्य को
और चुकाते जिंदगी के मूल्य को
चोरों से खुद को बचाएँ तो अच्छा
फर्ज कर्ज दोनों निभाएँ तो अच्छा
प्यार के गीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा
दोस्ती केगीत गुनगुनाएँ तो अच्छा
हम सब एक हो जाएँ तो अच्छा