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किसी भी मोड़ पर तुम से वफ़ादारी नहीं होगी / मुनव्वर राना

किसी भी मोड़ पर तुमसे वफ़ादारी<ref>स्वामीभक्ति</ref> नहीं होगी
हमें मालूम है तुमको ये बीमारी नहीं होगी

तआल्लुक़<ref>संबंध</ref> की सभी शमएँ बुझा दीं इसलिए मैंने
तुम्हें मुझसे बिछड़ जाने में दुश्वारी नहीं होगी

मेरे भाई वहाँ पानी से रोज़ा खोलते होंगे
हटा लो सामने से मुझसे इफ़्तारी<ref>वह भोजन जिससे रोज़ा खोला जाता है</ref> नहीं होगी

ज़माने से बचा लाए तो उसको मौत ने छीना
महब्बत इस लिए पहले कभी हारी नहीं होगी

शब्दार्थ
<references/>