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कुछ अप्पन मन के बात / हम्मर लेहू तोहर देह / भावना

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कुछ अप्पन मन के बात रहल।
भूलल-बिसरल जजबात रहल॥

दिन में बड़ा इजोत रहल।
पर अभिओ असगर रात रहल॥

तिनका-तिनका जोड़ लेली।
तइयो बिखरल हालात रहल॥

समय परला पर पहचानली।
ई त सह आउर मात रहल॥

माथा पर रखली जेकरा।
मारइत उहे लात रहल॥