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कोहरे में भूज / अज्ञेय
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कोहरे में नम, सिहरा
खड़ा इकहरा
उजला तन
भूज का।
बहुत सालती रहती है क्या
परदेशी की याद, यक्षिणी?
बर्कले (कैलिफ़ोर्निया), दिसम्बर, 1969