Last modified on 19 जुलाई 2020, at 23:01

कौन कहता अदावत करो / कैलाश झा 'किंकर'

कौन कहता अदावत करो
हो सके तो मुहब्बत करो।

काम से काम रखना फ़कत
काम को बस इबादत करो।

खुशनसीबी मिली तो सदा
मुफलिसों पर इनायत करो।

स्वच्छ भारत हुआ चाहता
आज से मत नजासत करो।

हिन्द के शेर हो तो सदा
रात-दिन तुम जसारत करो।

सीखने की अभी उम्र है
खूब मन से ज़कावत करो।